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Rohan Raj
Jan 214 min read
साँची पाती
कुछ किताबे पढने योग्य होती है, कुछ किताबें जीवन जीने योग्य होती हैं और कुछ किताबें अनुभव देने योग्य होती हैं। परन्तु, कुछेक किताबें...
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Rohan Raj
Jan 213 min read
मेरा क्या कसूर
कहते हैं ना कि इस धरती पर प्रत्येक जीव का महत्व समान है। फिर चाहे यह जीव पशुओं की श्रेणी में आता हो अथवा इंसानों की श्रेणी में आता हो।...
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Rohan Raj
Jan 213 min read
मायने गंभीर होने के : 'दि इंपोर्टेंस ऑफ बीइंग अर्नेस्ट' का हिन्दी अनुवाद
'दि इंपोर्टेंस ऑफ बीइंग अर्नेस्ट' ऑस्कर वाइल्ड का लिखा अंतिम नाटक था जो 1894 के अंत में लिखा गया था । इसका पहला प्रदर्शन सेंट जेम्स...
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Rohan Raj
Jan 212 min read
सामयिक राजनीति का घटनाचक्र है 'ढाई चाल '
राजनीति बलि मांगती है और यह बलि किसी भी चीज की हो सकती है । इन्सान की , सपनों की , रिश्तों की , भरोसे की ...बिना बलि के राजनीति पूरी नहीं...
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Rohan Raj
Jan 212 min read
एक साहित्यिक की डायरी~मुक्तिबोध
गजानन माधव मुक्तिबोध की इस किताब “एक साहित्यिक की डायरी” को 13 अध्यायों/शीर्षकों में समाहित किया गया है। इसे प्रकाशित किया है भारतीय...
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Rohan Raj
Jan 212 min read
लेखक की दैनंदिनी से निकली विचारपरक कहानियां - कल की बात : ऋषभ
लेखक - प्रचंड प्रवीर प्रकाशक - सेतु प्रकाशन अक्सर हमारे साथ ऐसा होता है कि हम प्रतिदिन तमाम लोगों से मिलते हैं । कुछ तो हमारे दैनिक जीवन...
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Rohan Raj
Jan 215 min read
राष्ट्रवाद
राष्ट्रवाद स्वयं में एक ऐसा शब्द है, जिसने वर्तमान में सबका ध्यान आकर्षित किया है। दुनिया में हो रही उथल पुथल कहीं न कहीं राष्ट्रवाद के...
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Rohan Raj
Jan 213 min read
राजनीतिक दांवपेंच का ब्यौरा है अनंत विजय लिखित 'अमेठी संग्राम'
लेखक - अंनत विजय प्रकाशक - एका पब्लिकेशन अगर आपसे कोई एक सवाल पूछे कि बीते दो सालों में राजनीति पर लिखी गई किस किताब को आप सबसे बेहतर...
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